ओम् सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ओम् असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमया।
मृत्योर्मामृतं गमय॥
ओम् शान्तिः, शान्तिः, शान्तिः॥
(अर्थात)
इस प्रार्थना से हम सभी को सुखी बनाए रखना।
सभी को स्वस्थ रखना।
सभी को भद्र और अच्छे काम करने की शक्ति प्रदान करना।
किसी को भी दुख का सामना न करना॥
हमें असत्य से सत्य की ओर ले जाना।
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना।
मृत्यु से अमृतत्व की ओर ले जाना॥
ओम्, शांति, शांति, शांति॥